
हिंदी सिनेमा और संगीत जगत के फैंस के लिए एक दुखद खबर सामने आई है. प्रतिभाशाली एक्ट्रेस और सिंगर सुलक्षणा पंडित का 71 साल की उम्र में निधन हो गया है. उन्होंने गुरुवार को मुंबई के नानावती अस्पताल में अंतिम सांस ली. बताया जा रहा है कि वो पिछले कुछ समय से बीमार चल रही थीं. 16 साल से वो बेडरेस्ट पर थीं. उनके निधन की खबर से इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है.
सुलक्षणा पंडित ने 70 और 80 के दशक में अपनी मधुर आवाज और इमोशनल एक्टिंग से दर्शकों के दिलों पर राज किया. साल 1954 में जन्मीं सुलक्षणा पंडित का नाता एक प्रतिष्ठित संगीत घराने से था. वो महान शास्त्रीय गायक पंडित जसराज की भतीजी थीं. उनके भाई जतिन और ललित भी प्रसिद्ध संगीतकार जोड़ी ‘जतिन-ललित’ के रूप में नाम हासिल कर चुके हैं.
9 साल की उम्र से ही गाती थीं सुलक्षणा
उन्होंने महज 9 साल की छोटी उम्र में ही गाना शुरू कर दिया था. साल 1967 में उन्होंने प्लेबैक सिंगिंग के क्षेत्र में कदम रखा और जल्द ही अपनी पहचान बनाई. उन्हें फिल्म ‘संकल्प’ (1975) के गीत ‘तू ही सागर है तू ही किनारा’ के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ प्ले बैक सिंगिंग अवार्ड से सम्मानित किया गया था.
अकेले ही बिताई पूरी जिंदगी
सिंगर होने के साथ-साथ, सुलक्षणा पंडित ने एक्टिंग में भी शानदार योगदान दिया. उन्होंने ‘उलझन’ (1975) में एक्टर संजीव कुमार के साथ, और ‘संकोच’ (1976) जैसी कई फिल्मों में मुख्य भूमिकाएं निभाईं. उनका फिल्मी करियर म्यूजिक और एक्टिंग दोनों ही क्षेत्रों में असाधारण प्रतिभा से भरा रहा. प्रोफेशनल लाइफ में सफलता के बावजूद, उनका निजी जीवन चुनौतियों से भरा रहा. सुलक्षणा पंडित ने कभी शादी नहीं किया.
सुलक्षणा पंडित ने अपनी पूरी जिंदगी अकेले ही बिताई. कहा जाता है संजीव कुमार के साथ उनके प्यार की अधूरी कहानी का उनकी जिंदगी पर बहुत गहरा असर पड़ा. काम से दूर होने के बाद, उन्हें कईं बीमारियों के साथ साथ ही पैसे की दिक्कतें भी झेलनी पड़ीं. उनके जाने से फिल्म और संगीत उद्योग ने एक बहुमुखी प्रतिभा को खो दिया है
