13 अगस्त 1980 की बात है हॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस डोरोथी स्ट्रैटन अपनी शादी खत्म करना चाहती थीं। उस रोज वो पति से आखिरी बार बात करने पहुंची थीं। पति का रवैया डोरोथी के लिए बेहद बुरा रहा था। ऐसे में एक्ट्रेस के बिजनेस मैनेजर चाहते थे कि वो खुद उनके घर न जाकर अपने वकील के जरिए सेटलमेंट की बात करें, लेकिन वो चाहती थीं कि वो खुद पति से फाइनेंशियल सेटलमेंट की बात करें, क्योंकि वो जिंदगी भर उनके साथ दोस्ती का रिश्ता कायम रखना चाहती थीं। ऐसा इसलिए भी क्योंकि वो पॉल ही थे, जिन्होंने डोरोथी को एक डेयरी में देखने के बाद उनका परिचय ग्लैमर वर्ल्ड से करवाया था। लेकिन अफसोस ये आखिरी मुलाकात उनकी जिंदगी का आखिरी दिन बन गई। देर रात डोरोथी की नग्न लाश मिली। कभी खूबसूरती के लिए मशहूर डोरोथी के चेहरे पर गोली मारी गई थी। पास में उनके पति की लाश भी बिना कपड़ों के पड़ी हुई थी। यह खबर सुनने वाला हर शख्स सिहर उठा। यही वजह है कि डोरोथी की मौत को ग्लैमर वर्ल्ड के इतिहास में काला धब्बा कहा जाता है। अनसुनी दास्तान के 4 चैप्टर में पढ़िए डोरोथी की हत्या और उनके स्टारडम की कहानी, जिन पर दो फिल्में, एक सीरीज और कई गाने बन चुके हैं- प्लेबॉय मैगजीन के कवर पेज पर आकर हॉलीवुड में कदम रखने वालीं डोरोथी स्ट्रैटन ने अक्टूबर 1978 में प्रमोटर पॉल स्निडर से शादी की थी। पॉल ही वो शख्स थे, जिन्होंने गरीब परिवार में जन्मीं डोरोथी की ग्रूमिंग की और उन्हें प्लेबॉय मैगजीन में बतौर मॉडल डेब्यू करवाया था। शादी के बाद पब्लिश हुई प्लेबॉय मैगजीन के लिए डोरोथी स्ट्रैटन को ‘मिस अगस्त 1979’ का खिताब मिला था। उस समय मैगजीन पब्लिशर ह्यू हेफनर को डोरोथी में हॉलीवुड की उभरती हुई कलाकार दिखी। यही वजह रही कि वो उनके लिए टीवी शोज और फिल्मों के ऑफर लाते रहे। साल 1979 में ह्यू की मदद से डोरोथी ने टीवी सीरीज ‘बक रोजर’, ‘फैंटेसी आइलैंड’ और फिल्मों ‘अमेरिकाथॉन’, ‘रोलर डिस्को’ और ‘स्केट टाउन’ में भी छोटे-मोटे रोल किए। जहां एक तरफ पब्लिशर ह्यू हेफनर डोरोथी को हॉलीवुड में पहचान दिला रहे थे, वहीं उन्हें ये भी लगता था कि उन्हें पति पॉल से अलग हो जाना चाहिए। ह्यू को लगता था कि पॉल खुद पॉपुलर होने के लिए डोरोथी का इस्तेमाल कर रहे हैं। पॉल का रवैया भी डोरोथी के लिए बिगड़ता जा रहा था। वो खुद को डोरोथी का मैनेजर मानने लगे थे। वो अक्सर डोरोथी की शूटिंग के सेट पर पहुंचकर हंगामा खड़ा किया करते थे। कई रोक-टोक के अलावा वो उनके काम में अड़चनें पैदा करते थे। दोनों के सेट पर ही काफी झगड़े होते थे। इस बात के गवाह उनके साथ काम करने वाले लोग भी थे। वो डोरोथी के हर काम का क्रेडिट भी लिया करते थे। निजी जिंदगी की दिक्कतों के बीच डोरोथी को करियर की पहली बिग बजट फिल्म ‘दे ऑल लाफ्ड’ मिली, जिसमें उनका लीड रोल था। इस फिल्म का डायरेक्शन पीटर बोगडोनोविच ने किया। फिल्म की शूटिंग न्यूयॉर्क में होनी थी। हर बार की तरह इस बार भी पति पॉल चाहते थे कि वो शूटिंग में डोरोथी के साथ ही रहें। हालांकि सेट पर अनचाहे झगड़ों के डर से डोरोथी ने पॉल से कहा कि सेट पर सिर्फ फिल्म से जुड़े लोगों को ही रहने की इजाजत है। इस बात पर दोनों की जमकर बहस हुई, लेकिन आखिरकार डोरोथी ने पॉल को न्यूयॉर्क न आने के लिए राजी कर लिया। न्यूयॉर्क में हुई फिल्म की शूटिंग के दौरान ये पहला मौका था, जब डोरोथी अपने साथी कलाकारों के साथ तालमेल बैठा सकी थीं। पहली बार उन्हें आजादी का अंदाजा हुआ था। महीनों तक चली शूटिंग के दौरान फिल्म के डायरेक्टर पीटर, डोरोथी को पसंद करने लगे। पीटर उनके साथ बेहद इज्जत से पेश आते थे, जबकि अपनी शादी में वो इसी इज्जत की कमी महसूस करती थीं। यही वजह रही कि समय के साथ वो भी पीटर को पसंद करने लगीं। शूटिंग खत्म करने के बाद डोरोथी अपने प्रमोशनल टूर में व्यस्त हो गईं, जिससे पॉल का गुस्सा बढ़ने लगा। वो अक्सर डोरोथी को कॉल कर बहस किया करते थे। झगड़ों से परेशान होकर डोरोथी ने पहली एनिवर्सरी के कुछ समय बाद ही एक खत लिखकर अलग होने की मांग कर दी। पॉल, डोरोथी की कमाई पर ही निर्भर थे, ऐसे में इस खत से आगबबूला होकर उन्होंने डोरोथी के साथ बनाए हुए जॉइंट अकाउंट से सारे पैसे निकाल लिए। जबकि अकाउंट में बड़ा हिस्सा डोरोथी की फिल्मों की कमाई का ही थी। इतना ही नहीं पॉल ने अपनी एक्स गर्लफ्रेंड से भी अफेयर शुरू कर दिया। वो इतने पर भी नहीं रुके और उन्होंने डोरोथी के अफेयर के सबूत जुटाने के लिए एक प्राइवेट डिटेक्टिव भी हायर कर लिया। पॉल, पत्नी की लग्जरी जैगुआर के अलावा उनका सामान बेचने लगे। पॉल से तलाक लेने का फैसला कर चुकीं डोरोथी जुलाई 1980 में पीटर के साथ उनके बेवर्ली हिल एरिया के मेंशन में रहने लगीं। पॉल को ये बात इतनी नागवार लगी कि वो हैंड गन लेकर उनके घर पहुंच गए। उन्होंने सिरफिरेपन की सारी हदें पार कर ये इरादा कर लिया कि वो डोरोथी या वहां नजर आने वाले शख्स का कत्ल कर देंगे, लेकिन खुशकिस्मती से वहां कोई नहीं था। गुस्से में पॉल होश खो बैठे और आत्महत्या करने निकल गए। उन्होंने ये कदम उठाने से पहले दोस्त से बात की, जिसने मौका भांपते हुए उन्हें रोक लिया। दोनों के रिश्ते में सुलह की कोई गुंजाइश नहीं थी, इसके बावजूद पॉल से डोरोथी का किसी और के साथ रहना बर्दाश्त नहीं हो रहा था। डोरोथी ने जब तलाक पर बात करने के लिए पॉल को मिलने बुलाया तो उन्हें उम्मीद थी कि वो अपनी शादीशुदा जिंदगी बचा लेंगे, लेकिन हुआ इसका उलटा। मुलाकात के दौरान डोरोथी ने बताया कि वो पीटर से प्यार करती हैं और भविष्य में उन्हीं के साथ रहेंगी। वो अपना तलाक का फैसला नहीं बदलेंगी। पॉल टूट चुके थे, लेकिन इसके बावजूद वो अपने खर्चों के लिए फिक्रमंद थे। उन्होंने कहा कि वो डोरोथी से फाइनेंशियल सेटलमेंट के लिए एक आखिरी मुलाकात करना चाहते हैं, जिसके लिए डोरोथी भी राजी हो गईं। ये आखिरी मुलाकात 14 अगस्त 1980 को हुई। दोनों ने इस मुलाकात के लिए लॉस एंजिलिस का किराए का वो घर चुना, जहां वो कभी साथ रहा करते थे। हालांकि डोरोथी के जाने के बाद पॉल इस घर में अपने दो दोस्तों के साथ रह रहे थे। जब दोपहर को डोरोथी घर पहुंचीं, तो पॉल के दोनों रूममेट उन्हें प्राइवेसी देने के लिए घर से निकल गए। वो दोनों पूरी कहानी जानते थे। डोरोथी काफी देर तक घर के लिविंग रूम में बैठी रहीं। उनके पास काम के सिलसिले में लगातार बिजनेस मैनेजर की कॉल आ रही थी। वो लिविंग रूम में ही फोन पर बात करती रहीं और पॉल उनके फ्री होने का इंतजार कर रहे थे। डोरोथी के बिजनेस मैनेजर ने उन्हें सलाह दी कि उनका ज्यादा देर तक पॉल के साथ रुकना ठीक नहीं होगा। मैनेजर ने उनसे कहा कि आप वहां से निकल जाइए, नेगोशिएशन की रकम और जरूरी कागजात वकील के साथ भिजवा दिए जाएंगे। हालांकि डोरोथी ने जवाब में कहा कि वो पैसों की बात पर्सनली पॉल से करेंगी क्योंकि वो उनके साथ अच्छा बर्ताव करते हैं और वो तलाक के बाद भी उनके साथ दोस्ती रखना चाहती हैं। कुछ घंटों बाद रात करीब 8 बजे पॉल के दोनों रूममेट घर लौटे। उन्होंने देखा कि डोरोथी की कार अब भी बाहर खड़ी थी। वो अंदर दाखिल हुए तो देखा कि बेडरूम का दरवाजा बंद था। उन्हें लगा कि शायद दोनों के बीच सुलह हो गई होगी और दोनों बेडरूम में क्वालिटी टाइम स्पेंड कर रहे होंगे। यही वजह थी कि उन्होंने कपल को डिस्टर्ब करने के बजाय लिविंग रूम में ही उनका इंतजार करना बेहतर समझा। काफी समय बीत गया, लेकिन दोनों कमरे से बाहर नहीं निकले। अब 11 बजने को आए, लेकिन दरवाजा अब भी बंद था। दोनों रूममेट फिक्रमंद थे कि अचानक उनके पास पॉल के प्राइवेट डिटेक्टिव की कॉल आई। डिटेक्टिव ने कहा कि वो काफी देर से पॉल को कॉल कर रहे हैं, लेकिन वो कॉल का जवाब नहीं दे रहे। हालात संदिग्ध लगने पर उन्होंने बेडरूम में जाने का फैसला किया। जैसे ही दरवाजा खोला तो मंजर डरावना था। डोरोथी और पॉल की नग्न लाशें जमीन पर पड़ी थीं। कमरा खून से लथपथ था और दोनों के शरीर पर गनशॉट के निशान थे। दोनों ने तुरंत प्राइवेट डिटेक्टिव और पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने इस हाईप्रोफाइल केस की तत्काल जांच शुरू कर दी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार डोरोथी की हत्या से ठीक पहले उनके साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए गए थे। उनकी हत्या दोपहर में उनके घर पहुंचने के 1 घंटे बाद ही हो चुकी थी और इसके ठीक एक घंटे बाद पॉल की मौत हुई थी। डोरोथी की हत्या करने वाला कोई और नहीं बल्कि पॉल ही था। पुलिस थ्योरी के अनुसार, उसने डोरोथी को तलाक का फैसला वापस लेने के लिए मनाया होगा, जब वो नहीं मानीं तो उसने उनका रेप किया। पहले पॉल ने उनके चेहरे पर गोली मारी और फिर खुद भी आत्महत्या कर ली। इस मुलाकात के एक दिन पहले ही उसने एक सेकेंड हैंड गन खरीदी थी। जांच में ये भी सामने आया कि उस रोज डोरोथी, पॉल को एक बड़ी अमाउंट देना चाहती थीं, जिसके लिए वो अपने हैंडबैग में 1100 डॉलर लेकर आई थीं, लेकिन अफसोस कि इससे पहले ही उनकी हत्या हो गई। 28 फरवरी 1960 को डोरोथी स्ट्रैटन का जन्म ब्रिटिश कोलंबिया के कनाडा में हुआ था। गरीब परिवार में पली-बढ़ीं डोरोथी अक्सर स्कूल से समय निकालकर पिता की डेयरी में पार्ट-टाइम काम किया करती थीं। डोरोथी महज 19 साल की थीं, जब एक दिन डेयरी में काम करते हुए उनकी मुलाकात 26 साल के पॉल स्निडर से हुई। पॉल एक रईस क्लब प्रमोटर था, जो पहली नजर में ही डोरोथी का हुनर भांप गया। उसने डेयरी में ही डोरोथी को मॉडलिंग का ऑफर दे दिया। उस समय डोरोथी मॉडलिंग के लिए तो तैयार नहीं थीं, लेकिन काम के सिलसिले में आगे कई बार हुई बातचीत से दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए। जिस समय दोनों रिलेशनशिप में थे, उस समय पॉल प्लेमैट मैगजीन और कई मॉडलिंग कंपनियों से जुड़े हुए थे। वो अक्सर डोरोथी को मॉडलिंग प्रोजेक्ट ऑफर करते थे। वो जताने लगे थे कि मॉडलिंग में डोरोथी बड़ा नाम कर सकती हैं। इसी संभावना के साथ एक रोज उन्होंने डोरोथी को न्यूड प्रोफेशनल फोटोशूट के लिए राजी कर लिया। उस समय डोरोथी महज 19 साल की थीं, ऐसे में मॉडलिंग कॉन्ट्रैक्ट के लिए उनकी मां से इजाजत लेनी पड़ी। उन्होंने ही मॉडलिंग कॉन्ट्रैक्ट में डोरोथी की जगह साइन किए थे। देखने में बेहद खूबसूरत डोरोथी की तस्वीरें जब उस जमाने की बोल्ड, लेकिन सबसे मशहूर प्लेबॉय मैगजीन के लिए भेजी गई, तो उन्हें सिलेक्ट होने में ज्यादा समय नहीं लगा। उन्हें तुरंत लॉस एंजिलिस से प्लेबॉय मैगजीन में प्लेमेट (प्लेबॉय मैगजीन की फीमेल मॉडल) बनने का ऑफर मिल गया। गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वालीं डोरोथी के पास इतनी बड़ी रकम नहीं थी, जिससे वो लॉस एंजिलिस पहुंच सकें, ऐसे में उनके बॉयफ्रेंड पॉल ने ही उनके खर्च और ग्रूमिंग की जिम्मेदारी ली। उन्होंने डोरोथी के लिए कपड़े खरीदे और फ्लाइट के टिकट बुक करवाए। ये डोरोथी की पहली हवाई यात्रा थी।
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