
बॉलीवुड की कई ऐसे कलाकार हैं जो अपने हर एक सीन में अपनी जान लगा देते हैं. ये सिलसिला काफी वक्त से चला आ रहा है. बॉलीवुड में अक्सर ऐसा देखा जाता है कि एक्टर-एक्ट्रेसिस कई बार बीमार तक पड़ जाते हैं ताकी वो अपने रोल को पर्फेक्ट कर सकें. ऐसे में किरदार तो पर्फेक्ट हो जाता है, लेकिन इस चीज में कलाकार को अक्सर गंभीर परिणाम झेलने पड़ते हैं. कुछ ऐसा ही हुआ था साल 1987 में आई फिल्म डकैत के साथ.
फिल्म डकैत में एक बड़ी स्टारकास्ट थी. फिल्म में सनी देओल, मीनाक्षी शेषाद्रि, राखी गुल्जार और रजा मुराद जैसे शानदार कलाकार थे. इस फिल्म के वैसे तो कई किस्से हैं, लेकिन एक ऐसा किस्सा है, जो आज भी लोगों को हैरान कर देता है. ये किस्सा जुड़ा है एक्ट्रेस राखी गुल्जार से.
फिल्म डकैत का वो किस्सा
फिल्म डकैत में एक सीन के लिए राखी शूट कर रहीं थीं. ये सीन काफी इमोशनल था. सीन की डिमांड थी कि राखी का किरदार काफी जोर से चीखता है, तो सीन के मुताबिक, राखी भी जोर से चीखीं. राखी इतना ज्यादा सीन और अपने किरदार में थीं कि उनको पता भी नहीं चला कि वो बहुत ज्यादा तेज चीख रहीं हैं. सीन खत्म हुआ, लेकिन राखी के गले में दर्द होने लगा. अगला दिन आ गया लेकिन राखी का दर्द नहीं गया.
अस्पताल में करना पड़ा था भर्ती
अगले दिन भी जब उन्हें गले में तेज दर्द होता रहा तो आखिर में फिल्म की क्रू ने एक्ट्रेस को अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल जाकर पता चला कि राखी ने इतना तेजी से चीखा कि उनके गले की एक वोकल कॉर्ड काफी ज्यादा छिल गई और डैमेज हो गई. राखी की हालत और हालात की गंभीरता को समझते हुए राखी को डॉक्टर्स ने एडमिट किया और फिर उनका तुरंत ऑपरेशन किया गया, जिससे राखी की आवाज और गले को बचाया जा सका.
