
वरुण धवन ने अपने पिता डेविड धवन की राह पर चलते हुए फिल्म इंडस्ट्री को ही गले लगाया और इसी में अपना करियर बनाया. साल 2012 में उनका बतौर एक्टर बॉलीवुड में सफर शुरू हुआ था और अब उन्हें करीब 13 साल हो चुके हैं. इन 13 सालों में वरुण ने कई बेहतरीन फिल्में दी हैं. उनका करियर अब तक काफी शानदार रहा है और वो आज के सबसे चर्चित एक्टर्स में से एक के रूप में जाने जाते हैं.
वरुण धवन ने अपनी पहली ही फिल्म से धूम मचा दी थी और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. लेकिन, वरुण के फैंस ने ये नहीं सोचा होगा कि आखिर एक्टर बनने से पहले वरुण क्या काम करते थे? तो आपको बता दें कि अभिनेता ने पहले फिल्मों की बारीकियां सीखने के लिए असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में काम किया तो कभी वो लंदन में पढ़ाई के दौरान नाइट क्लब में शराब परोसने का काम भी करते थे. इसके अलावा एक्टर ने पर्चे बांटकर भी पैसे कमाए थे.
लंदन में शराब परोसते थे वरुण
वरुण का जन, 24 अप्रैल 1987 को दिग्गज फिल्म निर्देशक डेविड धवन के घर मुंबई में हुआ था. वरुण ने मुंबई के स्कॉटिश स्कूल से स्कूल की पढ़ाई की थी. इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने विदेश का रुख किया और चले गए इंग्लैंड. यहां वरुण ने लंदन की नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया और बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई की. दिन में वरुण पढ़ाई करते थे और रात में यहां एक नाइटक्लब में पार्ट टाइम शराब परोसने का काम करते थे. इसके अलावा उन्होंने पर्चे (पैम्फलेट) बांटने का काम भी किया, जिससे कि उन्हें विदेश में रहते हुए एक्स्ट्रा खर्चों को उठाने में मदद मिल जाती थी.
शाहरुख-काजोल की फिल्म के रहे असिस्टेंट डायरेक्टर
इंग्लैंड से पढ़ाई पूरी करने के बाद वरुण वापस अपने देश लौट आए थे. यहां उन्होंने फिल्मों में काम करने में दिलचस्पी दिखाई. हालांकि एक्टिंग से पहले डायरेक्शन की फील्ड में काम किया और मशहूर फिल्ममेकर करण जौहर की साल 2010 में रिलीज हुई फिल्म ‘माई नेम इज खान’ के असिस्टेंट डायरेक्टर रहे. इस पिक्चर में शाहरुख खान और काजोल ने लीड रोल प्ले किया था. असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में काम करने के बाद वरुण ने 2012 की पिक्चर ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ से अपना एक्टिंग डेब्यू किया.
